शक्ति की पूजा गरबा का पर्व नवरात्रि दशहरा : Navaratri Dashahara Tyohar
Bharat Me Navratri Dashahara ka Tyohaar
Navratri Garba और Vijaya Dashami Parv
नवरात्री भारत का त्योहार
भारत में नवरात्रि के त्योहार शक्ति मां नवदुर्गा कि आराधना पूजा के रुप में नव दिन तक लगातार मनाया जाता है। नाम के मुताबिक ये रातों me मनाया जाता है। माताजी के बड़े बड़े पंडालों में जगमगाती रोशनी में लोग रास गरबा नृत्य करते हुए झूमते है और शक्ति की आराधना करते हैं। आशो सूद एकम से आसो सूद नवमी तक लगातार नवदिन तक नवरात्रा का त्योहार मनाया जाता है। नव रात्रि तक मनाया जाता है इसलिये नवरात्रि के रूप में माना जाता है।
नवरात्रा क्यूं मनाया जाता है
नवरात्रि पर्व में नारी शक्ति की आराधना की जाती है। माता नवदुर्गा जगदंबा की पूजा होती है।
भारत भर में 51 शक्ति पीठ स्थापित है। जैसे महाकाली पावागढ़ पर,अंबाजी गब्बर पर्वत पर, वैष्णो देवी ,चामुंडा सभी शक्ति पीठ का स्थान सबसे ऊंचा पर्वत पहाड के शिखर पर होता है।
भारत में नारी को नारी तु नारायणी के रूप में माना जाता हे। नवरात्रि मां नवदुर्गा कि आराधना पूजा के लिए मनाया जाता है ।
गुजरात मे नवरात्रि खास क्यों है
आमतौर पर नवरात्रि देशभर में मनाई जाती है पर गुजरात की नवरात्रि खास है क्योंकि की गुजरात के culture का बहुत बड़ा प्रभाव दिखाई देता है। Gujarati लोग जिसे गुजरात me गुज्जू से भी जाना जाता है वो अलग अंदाज में ही नवरात्रा मनाते है।
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Gujarati गरबा विश्व प्रसिद्ध है
गांव गांव गरबी के पंडाल जिसको गुजरात में माताजी नो मंडप बोलते है लगाए जाते है। मंडप पंडाल और गांव की बाजारों ध्वज पताका और रोशनी से सुशोभित किया जाता है।
गांव के बच्चे, महिला, पुरष सभी अबाल वृद्ध गरबे खेलते है।
मां जगदंबा
शहरों me पार्टी प्लॉट में भव्य गरबी का आयोजन किया जाता है। हजारों Gujarati लोग गरबे घूमते है। ये नजारा तो देखते ही बनता है। ट्रेडिशनल परंपरागत वेशभूषा में युवाओं गरबा खेलते है
माता अम्बे का तांबा गरबा
गरबा खेलने के बाद मां अंबा की माई भक्त वल्लभ भट्ट की लिखी हुई आरती की जाती है
अंबाजी की गुजारती आरती
"જય આદ્યા શક્તિ માં
જય આદ્યા શક્તિ
અખંડ બ્રહ્માંડ દીપાવ્યા
પડવે પ્રગટ્યા માં
જ્યો જ્યો માં જગદંબે"
आरती के बाद अंबाजी माता कि स्तुति की जाती है।
Gujarati अंबाजी माता की स्तुति
"વિશ્વંભરી અખિલ વિશ્વ તણી જનેતા
વિદ્યા ધરી વદનમાં વસજો વિધાતા
દુર્બુદ્ધિ ને દુર કરી સદ્બુદ્ધિ આપો
મામ પાહિ ૐ ભગવતી ભવ દુઃખ કાપો"
बाद में माताजी को प्रसाद धरकर थाल बोला जाता है
Gujarati थाल
"માડી વહેલેરા પધારો મારી માવડી
માં જમવા પધારો અંબે માત જો
માડી વહેલેરાં પધારો મારી માવડી
માડી ખાંડી ખૂંદી ને બનાવ્યો ખીચડો
ઉપર રેડ્યા તાજા તલનાં તેલ જો
માડી વહેલેરા પધારો મારી માવડી "
और प्रसाद बांटा जाता है।
Gujarati गरबा विश्व में प्रसिद्ध है।gujarat अपने गरबा के लिए प्रसिद्ध है। जब जब नवरात्रि पर्व याद किया जाता है तब तब Gujarati गरबा अचूक याद किया जाता है
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दशहरा दशेरा का त्योहार
नवरात्रि के नवदिन पूरे होने के बाद आसू सूद दशमी तिथि के दिन भारत भर में विजया दशमी मनाई जाती है।बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए और असत्य पर सत्य की जीत के लिऐ दशहरा पर्व मनाया जाता है। मान्यता ये भी है के दशहरा दशेरा के दिन श्री राम भगवान ने रावण का वध किया था। रावण की लंका पर राम ने विजय प्राप्त किया था इसी लिए दशहरा को विजया दशमी के रूप Me मनाया जाता है। दशहरा के दिन मैदान में रावन का बहुत बड़ा पुतला बनाया जाता है और पुतले मे पटाखे रखकर उसे जलाया जाता है जिसे रावण दहन से जाना जाता है। बुराई के रूप में रावण दहन किया जाता है। बुराई पर अच्छाई की जीत का ये त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।विजया दशमी के दिन लोग फाफड़ा जलेबी पेंडा इत्यादि मिठाई खाते है और बांटते है और खुशियां मनाते है।
नवरात्रि दशहरा का त्योहार devotion भक्ति के रूप में मनाया जाता है। भारत Indian Culture में आस्था का बहुत बड़ा प्रभाव है। त्योहार भक्ति के साथ साथ दिलो दिमाग को तरो ताज़ा रखते है तो चलो हम भी त्योहार मनाए और खुश रहे।
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