Blog Post Title kese likhe
Post Title
blog का post Title बहुत important है। google search engine या दूसरे search engine आप के blog का post title केआधर पर ही ज्यादा दिखाता है।उसका कारण यह है कि जब viewer कोई भी विषय की जानकारी ढूंढते है तो । बारे में वो search bar में छोटा सा विवरण लिखते है या microphone system का उपयोग करके कुस शब्दों में बयां करते है।search bar में
search किये गए matter के result हम देख सकते है।इसमें भी जिसके blog का Title बढ़िया होगा, content rich होगा, SEO strong होगा इसके हिसाब से ही rank के आधार पर पहले से last तक क्रमित किया जाता है।आपका post Title बढ़िया atractive होगा तो viewers को motivation करेगा।viewers सबसे पहले आपका blog post पर जाएंगे।फिर कियूं न आपका content इतना rich न हो।viewers अपने आप को atractive लगने वाले post Title पर जानेसे रोक नहीं सकते।इस प्रकार। आप को काफी viewers मिल जाएंगे।
आपने bloging शुरू की है इसलिये post Title क्या है?कितना महत्वपूर्ण है?ऐसे सवाल उठना स्वाभाविक है।जैसे हम कोइ पुस्तक पढ़ते हैं तो उनमें asay, story आदि कई चैप्टर होते है।हर चेप्टर की अपनी अलग पहचान होती है।और हर एक को अपना शीर्षक यानी Title होता है।ठीक उसी तरह blog में हर article को अपना शीर्षक यानी Title होता है।हम जिस विषय के बारेमें ब्लॉग article लिखना चाहते है उसके अनुरूप ही Title देना चाहिए।हमें कोई भी article लिखने से पहले उस विषय में गहराई से अभ्यास करना चाहिए।बाद में हमारे article का बढ़िया post Title चुनना चाहिए।
सिर्फ blog website में ही नहीं सभी जगह पर भी यह नियम लागु होता है।जब हम सब कोई भी सामान या वस्तु खरीदते है तो हमारी पहली नजर उसके पैकिंग पर जाती है।जिस company का पैकेजिंग अच्छा और atractive होगा उस itam पर हमारी पहली पसंदगी होती है। Film industries में भी ऐसा होता है।जिस फ़िल्म का title strong और आकर्षित करने वाला होता है तो लोग ये मानते है कि फ़िल्म जरूर achhi औऱ जोरदार होगी।इसलिये तो प्रोड्यूसर, दिग्दर्शक Film रिलीज़ होने से पहले उसके Title और Title song को rilise करते है।उसका midea में लाखों रुपए खर्च करके प्रचार करते है।Title और Title song सुन देखकर लोग hipnotise हो जाते है।लोगों को लगने लगता है कि ये फ़िल्म जरूर देखने लायक होंगी और लोग देखते भी है।ये बात blog के Title और post Title को भी लागू पड़ती है।
बचपन में हम बगल के गाँव में जन्माष्टमी का मेला लगता है वो देखने गए थे।घूमते फिरते हमने एक Tent देखा जिस पर एक बड़े अक्षरों में Gujarati भाषा में बोर्ड लिखा था "घोड़ो गाय छे "जिसका मतलब है है कि घोडा गाता है।हमें अचरज हुआ।घोडा कैसे गा शकता है?हम सब दोस्तों Tiket खरीद के Show देखने गये।अंदर जानेके दरवाजे पर उसका एक आदमी खड़ा था जो आनेवाले प्रेक्षको के पास से Tiket वापस ले लेता था और सबको सोगन्द देता था कि आप जोभी देखो उसके बारे में बाहर जाकर किसी को मत बताना।यह हमारी रोजी रोटी का सवाल है।हमने अंदर जाकर क्या देखा?एक घोडा के पास एक गाय को बाँधी हुई थी।घोडा गीत गाता नहीं था।वो तो दिया हुआ चारा खाता था।वहां खड़े आदमी ने हमें बताया कि ये घोडा और ये गाय।हमने पूछा घोडा गाता नहीं है?नहीं भाईसाहब घोडा गाता नहीं है।येतो हमारी तरकीब है।जिससे हम गरीब लोगों की रोजीरोटी चलती है।महेरबानी करके आप बाहर जाकर किसी को मत बताना।
कहने का तातपर्य है कि लोग Title देखकर hipnotise हो जाते है।इसलिये हमें blog के Post Title और blog Title को atractive dikhana है।मेरा कहने का मतलब यह कतई नहीं है कि सिर्फ और सिर्फ Title ही सब कुछ है।blog में तो कई ditale मायनें रखती है।
जैसे SEO settigs, rich content, key words, Meta Tags, Discription सामिल है।इस सबके बारे में मैं अगले article में जरूर बताने की कोशिश करूंगा।उम्मीद करता हुं कि आप को post title के बारेमें acchi jankari मिल गई होंगी।
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